मुझे अच्छा लगता है
यूं ही अश्कोंको
पी पी कर जीना
मुझे अच्छा लगता है
हिल जाता है दिल
उसकी किसी पुरानी बात पे
उस बातको दोहराकर
उसकी यादों मे खो जाना
मुझे अच्छा लगता है
देने वाले ने दिये जख्म
इन ज्ख्मोंसे दोस्त की
तरह पेश आना
मुझे अच्छा लगता है
माझ्या भावना, माझे विचार, माझ्या मनातील द्वंद्व, माझी भटकंती, माझी छायाचित्रे, माझे मस्तवाल आयुश्य. मी दिनेश; दिनेश सोनी.
लेखक Dinesh ्वेळ 4:45 AM
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